समस्त आत्मीय जनों को आपके अपने गौरव शर्मा "भारतीय" की ओर से सादर नमस्कार, आदाब, सतश्री अकाल !!
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता लोकतंत्र का आधार होती है और यही स्वतंत्रता एक अच्छे शासन एवं प्रशासन की नीव भी होती है अतः अभिव्यक्ति का मर्यादित एवं संयमित होना भी बेहद आवश्यक है, वर्तमान समय में भारत में अमर्यादित टिप्पणियों एवं भाषणों का जैसे दौर ही चल पड़ा है और इस आग में घी का काम कर रहे हैं पक्ष विपक्ष द्वारा प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से निर्मित राजनीतिज्ञों के काल्पनिक चित्र जो आजकल चारों ओर चर्चा का विषय बने हुए हैं | देखने में आ रहा है की फेसबुक एवं ऑरकुट जैसे सोशल नेट्वर्किंग साइट्स में नेताओं के फोटोस अपलोड किये जा रहे हैं जो की पुर्णतः काल्पनिक हैं जिन्हें भ्रष्टाचार एवं कुशाशन का विरोध दर्ज करने के उद्देश्य से ही अपलोड किये जा रहे हैं पर ये चित्र इतने अश्लील और अमर्यादित हैं की इन्हें देखकर कोई भी शर्म से लाल हो जाए | विरोध अगर मर्यादित हो, संयमित हो विश्वसनीय हो तभी वह सार्थक होता है अन्यथा उसका प्रतिकूल प्रभाव समाज एवं देश पर पड़ने लगता है आज ऐसा ही कुछ मुझे अपने देश में होता नजर आ रहा है जो घोर आपत्तिजनक है | भारत जैसे देश में जहाँ नारी की पूजा की जाती है वहां किसी भी नारी का अपमान किया जाना कहाँ तक जायज है साथ ही हम उन देशभक्तों का भी अपमान कर रहे हैं जो हमारे लिए दिनरात अनशन कर रहे हैं और जिनपर सच कहने की वजह से लाठियों भांजी जा रही हैं|
कोई किसी के खिलाफ मर्यादाविहीन बातें कहता है तो दूसरा उससे भी असंयमित भाषा में जवाब देता है और यह प्रक्रिया निरंतर बनी हुई है कई बात तो ऐसा प्रतीत होता है मानो मर्यादाविहीन बातों की प्रतियोगिता करायी जा रही हो | मेरा उद्देश्य किसी की आलोचना करना या समर्थन करना नहीं वरन भारतीय लोकतंत्र के मर्यादाओं को लगातार तार तार करती राजनीतिज्ञों की बोलियों एवं ऐसे मर्यादाविहीन चित्रों का प्रयोग कर विरोध दर्ज कराने की इस कुप्रथा को पोषित और पल्लवित होने से रोकना है क्योंकी हमारी संस्कार, हमारी संस्कृति और हमारी सभ्यता ही हमारी धरोहर है और अगर हम इस धरोहर की रक्षा नहीं कर सके तो निश्चित ही हमारी स्थिति अकल्पनीय होगी अतः मै समस्त आत्मीय जनों से अनुरोध करता हूँ की जाने अनजाने में ऐसे मर्यादाविहीन चित्रों का ना प्रयोग करें और न ही इसका समर्थन करें........जय हिंद जय भारत !!
सहमत हूँ.... विचारणीय विषय लिए आलेख...
ReplyDeleteसहमत.... अच्छा विचारणीय विषय उठाने के लिए आभार गौरव जी....
ReplyDeleteशुभकामनाएं
सही कहा आपने. इस प्रकार के चित्र मर्यादाओं पर खरे नहीं उतरते.
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शब्द-शिखर : 250 पोस्ट, 200 फालोवर्स
बहुत ज़रूरी विषय पर लिखा आपने । काल्पनिक अमर्यादित तसवीरें अपलोड करना अक्षम्य है।
ReplyDeleteअभिव्यक्ति का मर्यादित एवं संयमित होना भी बेहद आवश्यक है,
ReplyDeleteSahmat.
गौरव जी.. बहुत प्रेरणा मिलती है ऐसे सदविचारों से .......
ReplyDeleteविचारणीय विषय उठाने के लिए आभार
सही है अभिव्यकि मर्यादित संयमित और साफ़ सुथरी हो तभी अभिव्यक्ति सफल मानी जा सकती है ...........आभार
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