वन्दे मातरम,
समस्त सम्माननीय आत्मीय जनों को आपके अपने गौरव शर्मा "भारतीय" की ओर से सादर प्रणाम, आदाब, सतश्री अकाल !! आज लगभग डेढ़ साल बाद मै ब्लॉगजगत में फिर से कदम रखा हूँ... जीवन की आपाधापी में ऐसा मशगुल हुआ कि कुछ ब्लॉग जगत से नाता ही टूट गया। मगर मेरे शुभचिंतकों व आत्मीय जनों के प्यार ने मुझे एक बार फिर ब्लॉग लिखने पर मजबूर कर दिया। अब मै आप सभी को विशवास दिलाता हूँ कि नियमित रूप से अपने संदेशों व विचारों के साथ आप सभी के बीच उपस्थित होता रहूँगा। आशा ही नहीं वरन विश्वास है कि जिस तरह पहले मुझे आप सभी ने स्नेह और आशीर्वाद प्रदान किया, निरंतर प्रदान करते रहेंगे।
- गौरव शर्मा "भारतीय"
No comments:
Post a Comment